Tuesday, 21 November 2017

जी. एस.टी

देव म्हणाला इच्छा माझ्या समोर मांडू नका
जी. एस. टी. लागेल त्यावर
मोदींने चाप लावला
अनावश्यक गरजानवर

  ✍________सागर लाहोळकार
                      ८९७५१३९६०४
                           अकोला

लव्ह

डे टू डे गो
माय लव्ह वाॅज वेरी स्लो

माय हार्ट इज बीग
जेव्हा पासून तीला पाहल
माझी तब्येत नाही ठीक

आय अलसो फाॅलो हर
तीने माझ्या मनात केले घर

शी वाॅज सी टू मी
माय लाईफ वाॅज स्लो
प्रेम करतो तिच्यावर
म्हणेल का ती हो...
  ✍________सागर लाहोळकार
                      ८९७५१३९६०४
                           अकोला

गोड

तीचा आवाज येवढा गोड होता
साखर ही फिकी लागत होती
स्पर्श मी करता
मिठी तिने मारली होती
  ✍________सागर लाहोळकार
                      ८९७५१३९६०४
                           अकोला

Friday, 17 November 2017

व्यक्ती

जगात कुठल्याच व्यक्ती शिवाय
काम अडत नसते
पण त्या व्यक्ती सारख काम
कोणी करत नसते

  ✍________सागर लाहोळकार
                      ८९७५१३९६०४
                           अकोला

Wednesday, 8 November 2017

जीवन हे सुंदर नसत

जीवन हे सुंदर नसत
जीवन हे भीषण असत
जीवनात आपण
चालतो,धावतो,पळतो,
सावरतो पुन्हा धावतो
जीवन हे भीषण असत

जीवनात आपल्याला जे हव
ते कधी मिळतच नाही
आपल्याला जे सांगायचे
ते इतरांना कधी कळतच नाही
जीवन हे भीषण असत

जीवनात होतो राडा
हलतो पाळणा
पुन्हा येतो दुःखाचा फरून नाला
जीवन ये भीषण हे साला

आई मंगळसूत्र गहाण ठेवून
इस्पितळात मुलाचा इलाज करते
नवरा बायकोला मारून
त्या पैशांत
दारू पिऊन मज्जा करते
जीवन हे सुंदर नसत
जीवन हे भीषण असत

सत्तर वर्षाचा म्हातारा
सायकल चालवुन घर चालवतो
घरातील तरूण मुलगा
गाडीवर पोरी फिरवतो
जीवन हे सुंदर नसत
जीवन हे भीषण असत

बाप गेल्यावर
आई वृध्दाश्रमात राहते
पोरगा सुनेला घेऊन
फाॅरेन टुर काढते
जीवन हे सुंदर नसत
जीवन हे भीषण असत

✍________सागर लाहोळकार
                      ८९७५१३९६०४
                           अकोला

हायकू - हवा

ती येथे जेव्हा
हवा सुटते तेव्हा
प्रेम गारवा

  ✍________सागर लाहोळकार
                      ८९७५१३९६०४
                           अकोला