Friday, 25 November 2022

अभंग - शेतकरी

शेतकरी

शेतकरी ठार | नेते लोक गार |
नाही तरी हार | बुवारीचे ||

कष्टाची भाकर | लागे त्यास गोड |
पिक येते थोड | दरिद्रीचे ||

किती घ्याल जीव | येते आते कीव |
पिकांना द्या भाव | भडव्याने ||

नाही स्विकारत | हार ठरलेली |
लढतो जिद्दीनी | जगासाठी ||

मुल शिकतील | काळ बदलेल |
शेतकरी राजा | सुखावेल ||
✍_______सागर लाहोळकार
                  ८९७५१३९६०४
                        अकोला

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