Sagar Laholkar
Tuesday, 24 May 2022
माणुसकी
हा "डे" तो "डे"
आता माणूस कंटाळला रे
आता जीवाला जीव देणारा
खरा माणूस भेटला पाहिजे रे
✍_______सागर लाहोळकार
८९७५१३९६०४
अकोला
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment